Nội dung text VII Hindi QP.pdf
1 | P a g e मध्यावधि परीक्षा (Set-1) ववषय ह िंदी कक्षा सातव िं (समय: 2.30 घटं े) पर्ूणांक: 60 प्रश्न -1 . निम्िनिनित गद्णंश को ध्यणिपर्ूकव पढ़कर उसकेिीचेनििेप्रश्नों केउत्तर दीनिए: (1x5=5) र्ीरतण की अनिव्यनि अिेक प्रकणर सेहोती है। िड़िण-मरिण, ििू बहणिण, तोप-तिर्णर केसणमिेि झकुिण ही िहीं कर्वकी िणाँनत यणचक को िणिी हणथ ि िौटणिण यण बद्धु की िणाँनत गढ़ू तत्र्ों की िोि मेंसणंसणररक सिु त्यणग देिण िी र्ीरतण ही है। र्ीरतण तो एक अतं :प्रेरर्ण है। र्ीरतण देश-कणि केअिसुणर संसणर मेंिब िी प्रकट हुई, तिी अपिण एक ियण रूप िेकर आई और िोगों को चनकत कर गई। र्ीर कणरिणिों मेंिहीं ढिते, ि िेतों मेंउगणए िणतेहैं, र्ेतो देर्दणर केर्क्षृ केसमणि िीर्िरूपी र्ि मेंस्र्यंउगतेहैं, नबिण नकसी केपणिी नदए, नबिण नकसी केदधू नपिणए बढ़तेहैं। र्ीर कण नदि सबकण नदि और उसकेनर्चणर सबकेनर्चणर हो िणतेहैं। उसकेसंकल्प सबकेसंकल्प हो िणतेहैं। औरतों और समणि कण हृदय र्ीर केहृदय मेंधड़कतण है। (क) र्ीरतण केप्रकणर हैं- (i) तोप-तिर्णर केसणमिेि झकुिण (ii) यणचक को िणिी हणथ ि िणिेदेिण (iii) ज्ञणि की िोि मेंसंसणर-त्यणग (iv) उपयविु सिी (ि) उपयिु शीर्वक दीनिए- (i) र्ीरतण (ii) र्ीरों कण उद्भर् (iii) र्ीरतण कण महि (iv) कोई िहीं (ग) र्ीर कहणाँउत्पन्ि होतेहैं? (i) र्ेदेर्दणर केर्क्षृ केसमणि स्र्यंउगतेहैंतथण बड़ेहोतेहैं। (ii) कणरिणिों में (iii) िेतों में (iv) कोई िहीं (घ) र्ीर परुुर् की क्यण पहचणि है? (i) र्ह सबकण चहेतण होतण है। (ii) उसकेसंकल्प समणि केसंकल्प होतेहैं। (iii) (क) र् (ि) (iv) कोई िहीं। (ङ) ‘सिु ’ कण नर्िोम है (i) दिु (ii) सिु ी (iii) कमजोर (iv) कोई िहीं प्रश्न -2 . निम्िनिनित कणव्यणंश को ध्यणिपर्ूकव पढ़कर उसकेिीचेनििेप्रश्नों केउत्तर दीनिए: (1x5=5) िग-िीर्ि मेंिो नचर महणि, सौंदयवपर्ूवऔर सत्यप्रणर्, मैंउसकण प्रेमी बिंूिणथ! निससेमणिर्-नहत हो समणि! निससेिीर्ि मेंनमिेशनि छूटेिय-संशय, अधं िनि, मैंर्ह प्रकणश बि सकंूिणथ! नमि िणर्ेनिसमेंअनिि व्यनि ! प्रश्न(क) कनर् िे‘नचर महणि’ नकसेकहण है? (i) मणिर् को (ii) ईश्वर को (iii) िो सत्य और संदुर सेसंपर्ूवहो (iv) शनि को
3 | P a g e (iv) (a) ! (b) ! (c) , (d) । 6 नकस नर्कल्प मेंगर्ु र्णचक नर्शेर्र् कण प्रयोग िहीं है: I. स्र्र्व-श्ंिृ िण II. िणि-नकरर् III. आकुि-उड़णि IV. ििू -ेप्यणसे 7 निम्िनिनित मेंसेनकसमेंसंख्यणर्णची नर्शर्ेर् कण प्रयोग िहीं है: I. िर्यगु II. चौरणहण III. निकोर् IV. निशणिण 8 निम्िनिनित मेंसेकौि-सण नर्कल्प सफि कण नर्िोम शब्द िहीं है: (i) फिदणयक (ii) असफि (iii) निष्फि (iv)नर्फि 9 निम्िनिनित मेंसेर्ह शब्द चनुिए निसेउिट कर निििेपर कोई अथवनमि सके: I. नदि II. कुि II. प्रिण IV. दीि 10 र्चि केअिसुणर निन्ि शब्द है: I. घर II. रोटी III. कपड़ण IV. व्यनियों 11 ‘गर्ु र्णचक नर्शेर्र्’ र्णिण नर्कल्प है: I. कणिण घोड़ण II. दस रूपए III. दो मि अिणि IV. र्ह नकतणब 12 ‘सणक्षर’ कण नर्िोम शब्द होगण I. निरीक्षर् II. निरक्षर III. अपढ़ IV. थोड़ण पढ़ण हुआ प्रश्न -4 . निम्िनिनित गद्णंश को ध्यणिपर्ूकव पढ़कर उसकेिीचेनििेप्रश्नों केउत्तर दीनिए: (1x5=5) इस बणर िब मैं नहमणिय केकंधेपर चढ़ण तो र्ह कुछ और रूप मेंसणमिेथीं। मैंहरैणि थण नक यही दबुिी-पतिी गंगण, यही यमिुण, यही सतििु समति मदैणि मेंउतरकर नर्शणि कैसेहो िणती ह!ैंइिकण उछििण और कूदिण, नििनििणकर िगणतणर हाँसते िणिण, उिकी
4 | P a g e यह िणर्-िगं ी, इिकण यह उल्िणस कहणाँ गणयब हो िणतण है मैदणि में िणकर? नकसी िड़की को िब मैंदिे तण ह ाँ, नकसी किी पर िब मेरण ध्यणि अटक िणतण है, तब िी इतिण कौतहूि और नर्स्मय िहीं होतण, नितिण नक इि बेनटयों की बणि िीिण देिकर! (1) 'मैं' शब्द नकसके निए आयण है: I. नहमणिय के निए II. िनदयों के निए III. पहणड़ के निए IV. िेिक के निए (2) 'नहमणिय केकंधेपर चढ़ि' ेकण अथव है: I. नहमणिय की चढ़णई चढ़िे की कोनशश II. नहमणिय की ऊाँ चणई पर चढ़िण III. नहमणिय केबीचों -बीच िणिण IV. नहमणिय केनकिणरेिणिण (3) नहमणिय की चढ़णई चढ़कर िब िेिक िे िनदयों को देिण तो कै सी िगीं: I. संकरी II. िंबी-चौड़ी III. फैिणर् निए हुए IV. दबुिी-पतिी (4) उपयविु गद्णंश अशं है: I. एक कहणिी कण II. एक निबंध कण III. एक सणक्षणत्कणर कण IV. एक रेिणनचि कण (5) िेिक िेिनदयों को नहमणिय की बेनटयों की संज्ञण क्यों दी है? i. क्योंनक 'िदी' शब्द स्त्रीनिंग है ii. िेिक िनदयों को नहमणिय की बेनटयणाँ मणितण है iii. नहमणिय से निकििे के कणरर् नहमणिय उसे िनदयों कण नपतण िगतण है iv. र्े बणि िीिणएाँ कर रही थीं प्रश्न -5. (क) कणकण कणिेिकर िे िनदयों को िोकमणतण क्यों कहण है? (2) अथर्ण िणटक 'पणपण िो गए में' बच्ची को बचणिे र्णिे पणिों में एक ही सिीर् पणि है, उसकी कौि-कौि सी बणतें आपको मिेदणर िगीं? निनिए। (ि) 'नमठणईर्णिण' कहणिी मेंरोनहर्ी नचक केपीछेसेबणत करती है। क्यण आि िी औरतेंनचक केपीछेसेबणत करती हैं? यनद करती हैं तो क्यों आपकी रणय मेंक्यण यह सही है? (2) अथर्ण दृढ़ निश्चय और अथक पररश्म से सफितण पणिे के बणद तोत्तोचणि और यणसकुी चणि को अपर्ूवअििुर् नमिण, इि दोिों केअपर्ूव अििुर् कुछ अिग-अिग थे। दोिों मेंक्यण अतं र रह? े निनिए। प्रश्न -6. निम्िनिनित कणव्यणंश को ध्यणिपर्ूकव पढ़कर उसकेिीचेनििेप्रश्नों केउत्तर दीनिए: (1x5=5)