Nội dung text कक्षा 4 हिंदी (वीणा) पाठ 6- जयपुर से पत्र (पत्रलेखन) पुस्तक समाधान.pdf
कक्षा 4ह िंदी (वीणा) पुस्तक समाधान ©kvsecontent.com पाठ 6- जयपुर सेपत्र (पत्रलेखन) पाठ का मूल भाव यह पाठ एक शैक्षणिक यात्रा केदौरान अमर द्वारा अपनेणपता को णिखेगए पत्र केरूप मेंप्रस्ततु है। यह भारतीय संस्कृणत, पाररवाररक मल्ूयों और णशक्षा केमहत्व को दशााता है। कें द्रीय ववषय 1. पत्र िेखन की किा 2. शैक्षणिक यात्रा का महत्व 3. सांस्कृणतक धरोहर ऐविहाविक स्थलों का महत्व वाम ल- प्राकृणतक वायुसंचािन की प्राचीन तकनीक जिंतर-मिंतर-- वैज्ञाणनक सोच और खगोि णवज्ञान की परंपरा आमेर का दुर्ग- शौयाऔर वीरता की गाथा रामहनवास बार्- किा और प्रकृणत का संयोजन राजस्थानी सिंस्कृहत लोकनृत्य- ▪ सांस्कृणतक परंपराओंका जीवंत रूप ▪ किा केमाध्यम सेमनोरंजन दाल-बाटी-चूरमा- ▪ स्थानीय भोजन संस्कृणत ▪ परंपरागत व्यंजनों का स्वाद