Content text कक्षा 3 हिन्दी (वीणा) पाठ-योजना पाठ 8 -चतुर गीदड़Class 3 Hindi (Vaani) chapter 8 Chatur Geedad Lesson Plan.pdf
कक्षा 3 हिन्दी (वीणा) पाठ-योजना (Class 3 Hindi (Vaani) Lesson Plan "Your generosity helps us continue providing helpful content. If you find it valuable, consider donating at UPI ID kvsecontent@ybl. Every contribution counts. Thank you!" Download this and lots of more click here पाठ 8 -चत ु र गीदड़ कालाांश सांख्या-08 पाठ का सार शिक्षण-अधिगम पररणाम शिक्षण अधिगम गतिविधि विषय दक्षिा/ कौिल म ू लयाांकन यहनाटक "चतरुगीदड़" दो दोस्तों, मगरमच्छ और कछुए केबीच चालाकी और धोखेकी कहानी है। मगरमच्छ भखू सेपरेशान हैऔर गीदड़ को पकड़ना चाहता है। कछुआ उसकी मदद करनेका वादा करता हैऔरएक योजना बनाता है। वेतालाब केककनारे मतृ होनेका नाटक करते हैं। छात्र, चालाकी और धोखे केखतरों, दोस्ती केमहत्व औरनैकतकता केबारेमें सीख सकें गे। • कवद्यार्थी नाटक मेंप्रस्ततु चररत्रों और घटनाओंको समझ सकें गे। • कवद्यार्थी चालाकी और धोखेकेखतरों को समझ सकें गे। • कवद्यार्थी दोस्ती केमहत्व को समझ सकें गे। • अपनी समझ के आधार पर पाठ में आए प्रश्नों के उत्तर दे सकें गे। • जल के कवकभन्न स्रोतों से पररकचत हो सकें गे। • कहानी मेंआए शब्दों से वाक्य कनमााण कर सकें गे। 1. भूहिका हनभाना: नाटक के पात्रों की भकूमका कनवााह के माध्यम से कक्षा में प्रस्ततुीकरण। 2. पाठ का भाव- पाठ को पढ़कर मख्ुय भाव दोस्ती, चालाकी, धोखा आकद की पहचान करना। 3. नैहतकता पर बिस: मगरमच्छ और कछुए की योजना की नैकतकता पर बहस का आयोजन करना। 4. कठपुतली नाटक: नाटक के आधारपर कठपतुली कनमााण कर नाटक का प्रस्ततुीकरण। 5. पाठ में आए प्रश्नों को समझना एवंउनके उत्तर कलखना। • सुनना: पढ़ेगए नाटक को ध्यान सेसनु सकें गे। • बोलना: नाटक केपात्रों केसंवादों को स्पष्ट रूप से बोल सकें गे। • पढ़ना: "चतरुगीदड़" नाटक को पढ़ और समझ सकें गे। • हलखना: नाटक के आधार परएक कहानी या संवाद कलख सकें गे। • वततनी- कहानी में आए शब्दों का शद्धु उच्चारण कर सकें गे। • कवद्याकर्थायों द्वारा की गई गकतकवकधयों, भकूमका कनभाने, कहानी लेखन और तका के आधार परउनकेप्रदशान का आकलन। • प्रश्न पछूकर भीउनकेज्ञान और समझ का मलूयांकन। • प्रश्नों के उत्तर कलखने के आधार पर। • जल के कवकभन्न स्रोतों की पहचान करना। • कदए गए शब्दों से नए वाक्यों का कनमााण करना। • जीवों का वगीकरण उनके कनवास के आधारपर।