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Content text 10. कार्य और उर्जा.pdf



(2) खड़े रहे| तो आपकेद्वारा बि तो िग रहा ह,ैउसकेववपरीत गरु ु त्व बि भी कायाकर रहा हैपरन्त ु वस्त ु में ववस्थापन नहीं हो रहा है| इसविए इस वस्थवत में यहााँ कोई काया नहीं माना जायेगा | कार्य होिे की दशाएँ: इसविए वकसी काया को होने के विए िो आवश्यक िशाएाँ वनम्नविवखत हैं| (i) वस्त ु पर कोई बि िगना चावहए | (ii) वस्त ु ववस्थावपत होनी चावहए | यवि वस्त ु पर िगनेवािा बि (F) शन् ू य 0 हैया वस्त ु का ववस्थापन शन् ू य 0 हैअथवा िोनों शन् ू य हैतो वकया गया कायाभी शन् ू य होगा | अत: कायासंपन्न होनेकेविए िोनों भौवतक रावशयों मेंसेवकसी का भी पररणाम शन् ू य नहीं होना चावहए | काया का पररणाम कार्य का सिीकरण: गवणतीय भािा में काया को वनम्न समीकरण द्वारा व्यि वकया जा सकता है| W = F. s. cos जहााँ F = बि, s = ववस्थापन और θ बि सविश एवंववस्थापन सविश केबीच का कोण है| इसको समझने के विए तीन वस्थतयााँ हैं| (A) वस्थवत A: जब बि सविश एवंववस्थापन सविश एक ही विशा मेंहो तोउनकेबीच का कोण θ = 0० होता है| इस वस्थवत मेंकायािनात्मक होता है|
(3) (B) स्थवत B: जब बि सविश एवंववस्थापन सविश एक िस ु रेकेववपरीत हो तोउनकेबीच का कोण θ = 180० होता है| इस स्थवत मेंकायाऋणात्मक होता है| (C) वस्थवत C: जब बि सविश िग रहाहैएवंवस्त ु मेंकोई ववस्थापननहो तो F तथा s के बीच का कोण 90 वडग्री का होता है| इस वस्थवत मेंकायाशन् ू य होता है| कार्य : ऋणात्िक एवंधिात्िक ऋणात्िक कार्य (Negative Work): जब बि वस्त ु केववस्थापन की विशा केववपरीत विशा मेंिग रहा हो तो िोनों विशाओंके बीच 180 ० का कोण बनता है| इस वस्थवत में काया का पररणाम ऋणात्मक होगा अत: वकया गया काया ऋणात्मक माना जायेगा | इसके विए वकया गया काया (W) = F × (-s) या (-F × s) धिात्िक कार्य (Positive Work): जब बि वस्त ु केववस्थापन की विशा मेंिगता हैतो वकया गया काया िनात्मक माना जायेगा | धिात्िक बल एवंऋणात्िक बल: जब हम वकसी वस्त ु को ऊपर उठातेहैंतो हमारेद्वारा वस्त ु पर िगाया गया बि िनात्मक माना जायेगा | जबवक उसीिौरान वहांएक और बि कायाकरताहैवजसेगरु ु त्व बि कहा जाताहै| गरु ु त्व बि हमारेद्वारा िगाये गए बि के ववपरीत काया करता है इसविए यह बि ऋणात्मक माना जायेगा | चाँव ू क हम जब वकसी वस्त ु पर बि िगातेहैतोहम वस्त ु को ववस्थावपत करनेकेविए गरु ु त्व बि केपररणाम से अविक बि िगाना पड़ता है, इसविए पररणामी बि िनात्मक हो जाता है| जैसे - मान िीवजये वक हमने एक वस्त ु कोउठानेकेविए20 N बि िगाया जबवक वहांगरु ु त्व बि का माप 10 N है तो पररणामी बि = 20 -10 = 10 N

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