Content text 3. जाति धर्म और लैंगिक मसले.pdf
सामाजिक विज्ञान (नागरिक शास्त्र) अध्याय-3: जाति धर्मऔर लैंतिक र्सले
(2) 03 जाति धर्मऔर लैंगिक र्सले • प्रतत हिार लड़को पर लड़ककयों की संख्या। • सार्ालजक बुराई :- ववशेष रूप सेशहरी क्षेत्र महहलाओंके जलए सुरजक्षत नहीं है। छेड़खानी, दहेि, यौन उत्पीड़न आम बात है। • प्रतिननगधत्व :- भारत मेंमहहलाओंका प्रतततनगधत्व ववधानसभा में5 और लोकसभा है। पपिृ-प्रधान :- इसका इसका शाल्किक अर्ातो ढ़पता का शासन हैपर इस पद का प्रयोि महहलाओं की तुलना मेंपुरुषों को ज्यादा महत्व, ज्यादा शक्ति देनेवाली व्यवस्था के जलए भी ककया िाता है। • हमारा समाि अभी भी ढ़पतृ-प्रधान है। धर्म, सांप्रदानयक और राजनीति धर्मननरपेक्ष शासन :- राज्य रािनीतत या ककसी िैर-धार्ममक मामलेसेधमाको दूर रखेतर्ा सरकार धमाके आधार पर ककसी सेभी कोई भेदभाव न करे। • भारतीय राज्य नेककसी भी धमाको रािकीय धमाके रूप मेंअंिीकार नहींककया है। >श्रीलंका मेंबौद्ध धमा >पाककस्तान मेंइस्लाम >इंग्लैंड मेंईसाई धमा • भारत का संववधान ककसी भी धमाको ववशेष दिाानहींदेता। • संववधान सभी नािररकों और समुदायों को ककसी भी धमाका पालन करनेऔर प्रचार करनेकी आिादी देता है। • संववधान धमाके आधार पर ककए िानेवालेककसी भी तरह के भेदभाव को अवैधातनक घोढ़षत करता है। नारीिादी आंदोलन की तिशेषिाएँ
(3) 03 जाति धर्मऔर लैंगिक र्सले • यह आंदोलन महहलाओं के रािनैततक अगधकार और सत्ता पर उनकी पकड़ की वकालत करता है। • इसमेंमहहलाओंको घर की चार – दीवारी के भीतर रखनेऔर घर के सभी कामों का बोझ डालनेका ववरोध सम्मम्मजलत है। • यह ढ़पतृसत्तात्मक पररवार को मातृसत्तात्मक बनानेकी ओर अग्रसर है। • महहलाओंकी जशक्षा तर्ा देश के ववगभन्न क्षेत्रों मेंउनके व्यवसाय, सेवा आकद का समर्ाक है। • यह महहलाओंके हर प्रकार के शोषण का ववरोध करता है। पपिृप्रधान सर्ाज ऐसा समाि जिसमेंपररवार का मुखखया ढ़पता होता हैऔर उन्हेंऔरतों की तुलना मेंअगधक अगधकार होता है। र्हिलाओंका दर्न साक्षरता की दर – महहलाओंमेंसाक्षरता की दर 54 प्रततशत हैिबकक पुरुषों में76 प्रततशत। ऊाँ चा वेतन और ऊाँ ची म्मस्थतत के पद, इस क्षेत्र मेंपुरूष महहलाओंसेबहुत आिेहैं। असमान जलिंि अनुपात – अभी भी प्रतत 1000 पुरूषों पर महहलाओंकी संख्या 919 है। घरेलुऔर सामाजिक उत्पीड़न। िन प्रतततनगध संस्थाओंमेंकम भािीदारी अर्वा प्रतततनगधत्व। महहलाओंमेंपुरूषों की तुलना मेंआर्मर्क आत्मतनभारता कम। र्हिलाओंका राजनीतिक प्रतिननगधत्व • भारत की ववधातयका मेंमहहला प्रतततनगधयों का अनुपात बहुत ही कम है। िैसे, लोकसभा मेंमहहला सांसदों की संख्या पहली बार 2019 मेंही 14.36 फीसदी तक पहुाँच सकी है।