Content text Mains Wallah Q&A_GS-4_Hindi.pdf
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प्रिय अभ््यर््थथियो यू पीएससी सिविल सेवा की मख्ु्य परीक्षा नजदीक है। प्रिलिम््स के परिणाम के बाद आशा हैकि आप सभी मनोयोग से मख्ु्य परीक्षा की तैयारी मेें जट गए ु होोंगे। यदि आपनेप्रिलिम््स की परीक्षा पास कर ली है, फिर स््ववाभाविक हैकि अब आप अपनी पूरी ऊर््जजा के साथ मख्ु्य परीक्षा की तैयारी मेें जटेुें, लेकिन यदि किं चित कारणोों से आप प्रिलिम््स परीक्षा मेें नहीीं भी सफल हो पाए होों तो भी यह सबसे सटीक समय है जब आप अपने मख्ु्य परीक्षा के पहलओु को मज़ब ं ू त कर पाए। यह स ँ र््वविदित हैकि मख्ु्य परीक्षा ही वह निर््णणायक स््तर है, जिसे पार कर आप एक सिविल सेवक बनने का सपना पूरा कर सकतेहैैं। मख्ु्य परीक्षा मेें अभ््यर््थथियो ों के समक्ष जो सबसे जटिल चनौती होती ह ु ैवह है, सटीक उत्तर लिखने की कला। अधिकांश अभ््यर््थथियो ों के समक्ष उत्तर लेखन एक प्रमख ु यक्ष प्रश्न के समान होता है। उत्तर की शरुआत क ु ैसे करे, में ख्ु्य भाग मेें क््यया लिखेें, निष््कर््ष को किस प्रकार स््वरूप दे, उत्तर ें मेें आकड़ोों, र ँ खा े चित्ररों या फ््ललो चार््ट आदि का प्रयोग कैसे करे, ें किन प्रश्ननों का अभ््ययास करे, ें लिखे गए उत्तर का सटीक मू ल््ययाांकन कैसे करे, जें ैसेप्रश्न उत्तर लेखन की प्रक्रिया मेें समक्ष आते रहतेहैैं। उचित निर्शन क दे े अभाव मेें बहुधा लेखन की दिशा भी भटक जाती है। अभ््यर््थथियो ों की इन््हीीं चनौ ु तियोों से पार पाने के लिए PW OnlyIAS की टीम ने मख्ु्य परीक्षा के प्रश्ननों के अभ््ययास के लिए ‘MAINS WALLAH प्रश्नोत्तर ृंखला’ नामक एक नई सीरीज तैयार की है। मख्ु्य परीक्षा के प्रश्नोत्तर अभ््ययास हेत सम ु र््पपित यह सीरीज उत्तर लेखन से सबं धं ित सभी जिज्ञासाओ का समा ं धान करती है तथा एक हजार से अधिक मॉडल उत्तरोों द्वारा एक आदर््श उत्तर लेखन की तकनीक प्रस््ततुत करती ह ्ततु ै। इस सीरीज मेें सामान््य अध््ययन के चारोों प्रश्न-पत्ररों के लिए अलग-अलग चार पस्ु्तकेें तैयार की गई हैैं, जिनमेेंप्रत््ययेक मेें 250 से अधिक प्रश्न शामिल किए गए हैैं। येप्रश्न पिछले 10-12 वर्षषों मेें यू पीएससी सिविल सेवा मख्ु्य परीक्षा मेें पू छे गए प्रश्ननों की प्रवत्तिृ को ध््ययान मेें रखकर तैयार किए गए हैैं। इसके अलावा इन प्रश्ननों के उत्तर लेखन मेें इस बात का ध््ययान रखा गया हैकि आयोग उत्तर जाचँ के क्रम मेेंकिन पहलओु को ध् ं ्ययान रखता है तथा किन बिदं ओु अथ ं वा स््वरूप मेें उत्तर लेखन से अधिक अक आन ं े की सभा ं वना होती है। विभिन््न टॉपर््स की कॉपियोों का अवलोकन करने के बाद यह तथ््य सामने आया हैकि तर््कपू र््ण तथा सक्षिं प्त तरीके सेप्रामाणिक तथ््योों के आधार पर लिखे गए उत्तर मेें अधिक अक ं मिलने की सभा ं वना होती है। फ््ललो चार््ट तथा रखा े चित्ररों आदि का उपयोग उत्तरोों की सरं चना को प्रभावी बनाता है। साथ ही लिखित उत्तर को पष्ट करन ु े के लिए दिया गया कोई व््ययावहारिक उदाहरण या केस स््टडी परीक्षक के मन पर सकारात््मक प्रभाव डालता है जो अततः अच् ं ्छछे अक क ं े रूप मेेंप्रतिबिबिं त होता है। इस पस्ु्तक मेें शामिल किए गए प्रश्ननों तथा उत्तरोों मेें उक्त बिदं ओु का अ ं निवार््य रूप से ध््ययान रखा गया है तथा प्रत््ययेक उत्तर मेें उदाहरणोों, तथ््योों एव फ्ं ्ललो चार््ट आदि को विशेष तौर पर शामिल किया गया है। इन विविध बिदं ओु को शा ं मिल करने के क्रम मेें स््ववाभाविक था कि उत्तर की शब््द सख्ं ्यया परीक्षा मेें अपेक्षित शब््द सख्ं ्यया से अधिक होती। यह हमारेलिए एक चनौती ु भी थी कि उत्तर लेखन मेें अपेक्षित शब््द सीमा का पालन किया जाए अथवा प्रश्न की समग्रता का ध््ययान रखा जाए। कई चर््चचाओ कं े बाद अततः ं निष््कर््ष निकल कर आया कि चूकिँ यह पस्ु्तक मॉडल उत्तर पर आधारित है इसलिए समग्रता कहीीं अधिक महत्तत्वपू र््ण पहलू है। इसलिए पस्ु्तक मेें उत्तरोों की शब््द सीमाए उल् ँ ्ललंघ ित होते हुए भी समग्रता आविष्टित हुई है। सभं व हैप्रत््ययेक प्रश्न के उत्तर मेें उससे सबं धं ित कई ऐसेप्रश्न शामिल हो जाए जो उस टॉ ँ पिक से सलग् ं ्न विविध अवधारणाओ सं े जड़ुेहोों। यद्यपि एक पस्ु्तक मेें लगभग 250 प्रश्न शामिल हैैं, परतं व् ु ्ययावहारिक रूप मेें दखेे ें तो एक प्रश्न मेें कई सबं धं ित प्रश्ननों के उत्तर समाहित हैैं। इस तरह इस सीरीज के प्रत््ययेक पस्ु्तक से लगभग 800-1000 प्रश्ननों के अभ््ययास सभं व हैैं। इन प्रश्ननों मेें एक वर््ष के दौरान होनेवाली राष्ट्रीय तथा अतरराष्ट् ं रीय स््तर की सभी महत्तत्वपू र््ण घटनाए एँ व उसस ं े सबं धं ित पारपर ं िक टॉपिक््स पर आधारित प्रश्न भी शामिल हैैं। अब इस सीरीज को प्रस््ततुत करत ्ततु े हुए हम आश्वस््त हैैंकि मख्ु्य परीक्षा के दौरान आपके समक्ष आनेवालेप्रायः सभी प्रश्न कहीीं-न-कहीीं इस पस्ु्तक के माध््यम से आपकी निगाह से गजर ु ेहोोंगे और आप अधिकांश प्रश्ननों से पू र््व परिचित होोंगे। इस पूरी सीरीज का लेखन एव सं पादन कई योग् ं ्य एव अन ं भुवी विशेषज्ञञों की टीम द्वारा किया गया है। इससे जड़ुे सभी सदस््योों को कई मख्ु्य परीक्षाए उँ त्तीर््ण करने का अनभुव है तथा उन््होोंने इस परीक्षा को निजी तौर पर गहराई से समझा है। यह पस्ु्तक बहुत बोझिल न हो और इसमेें सभी महत्तत्वपू र््ण टॉपिक््स का समावेश भी हो सके, यह भी एक चनौतीप ु ू र््ण कार््य था। इसमेें शामिल प्रत््ययेक टॉपिक का चयन उसकी महत्ता पर गहन चर््चचाओ कं े बाद किया गया है। अब आपको पस्ु्तक सौौंपते हुए हम आशा कर रहेहैैंकि यह पस्ु्तक आपकी तैयारी को आसान करगी तथा आपकी स े फलता का मार््ग प्रशस््त करगी। े शु भकामनाएँ भूिमका
विषय-सूची नैतिकता, ईमानदारी और योग््यता ���������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������1-270 1. नैतिकता और मानव अतं र्संबधं 3 2. अभिवत्तिृ और अभिक्षमता 45 3. सिविल सेवाओ कं े लिए आधारभू त मू ल््य 83 4. भावनात््मक बद् ुधिमत्ता 108 5. नैतिक विचारकोों का योगदान 136 6. लोक प्रशासन मेें सिविल सेवकोों के मू ल््य 175 7. लोक प्रशासन मेें नैतिकता 189 8. शासन व््यवस््थथा मेें ईमानदारी 230 केस स््टडीज�����������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������������271-398