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साप्ताहिक समाचार िवश्षणले JOIN WHATSAPP JOIN TELEGRAM JOIN PW WEB/APP P 4 W भारतीय कला एवं संस्कृ ति और इतिहास प्रारंभिक परीक्षा मोहेनजोदड़ो की ‘नर्तकी की मूर्ति’ सदर्भ ं हाल ही में राष्ट्रीय सं ग्रहालय, दिल्ली से प्रसिद्ध मोहनजोदड़ो की ‘नर्तकी की मूर्ति’ की प्रतिकृति चोरी होने की जानकारी प्राप्त हुई। मोहेनजोदड़ो की ‘नर्तकी की मूर्ति’ यह 10.5 सेमी ऊँ ची कां स्य प्रतिमा है। तकनीक: इसे "मोम द्रवीकरण तकनीक" से निर्तमि किया गया है, जो हड़प्पा सभ्यता की उन्नत धातकु र्म तकनीक को दर्शाता है। "मोम द्रवीकरण तकनीक": इसमें मोम की बनी आकृति को मदृ ा से ढककर पिघला दिया जाता है और उसकी जगह पिघली हुई धात डाली जा ु ती है, जिससे सक्ूष्म व जटिल आकृतियाँतैयार होती हैं। आकृति: एक यवा म ु हिला, गले में हार और एक हाथ में अनेक कंगन, एक हाथ कमर पर रखे हु ए आत्मविश्वास और सौंदर्य प्रदर्शित करती है। सां स्कृति क महत्त्व इसे एक धर्मनिरपेक्ष कलात्मक सजन ृ माना जाता है। यह हड़प्पाई सौंदर्यबोध, कलात्मक यथार्थवाद और तकनीकी नवाचार को प्रतिबिं बित करती है। मोहनजोदड़ो और सिधं ु घाटी सभ्यता के बारे में मोहनजोदड़ो: सिं ध घाटी सभ ु ्यता (लगभग 2500 ईसा पर्व ू) का एक प्रमख नगरीय कें द्र, जो उन ु ्नत नगर-योजना, ग्रिड-पैटर्न वाली सड़कों, जल निकासी प्रणाली, वहृद स्नानागार और ‘नर्तकी की मूर्ति’ जैसी कलाकृतियों के लिए प्रसिद्ध है। 3⁄4 यह वर्तमान पाकिस्तान के सिध ं प्रांत में, सिधं ु नदी के पास अवस्थित है।